न देना दोष किस्मत को, विपत तो सब पे आती हैं भजन हिंदी लिरिक्स - अनिरुद्धाचार्य जी महाराज
न देना दोष किस्मत को, विपत तो सब पे आती हैं,
विपत आई अंधी आंधो पे लाल श्रवण सा पाया था,
न देना दोष किस्मत को, विपत तो सब पे आती हैं.....
विपत आई अंधी आंधो पे लाल श्रवण सा पाया था,
न देना दोष दशरथ को, विपत तो सब पे आती हैं,
न देना दोष किस्मत को, विपत तो सब पे आती हैं.....
विपत आई राजा दशरथ पे राम जब जा रहे थे वन को,
न देना दोष केकई को, विपत तो सब पे आती हैं,
न देना दोष किस्मत को, विपत तो सब पे आती हैं.....
विपत आई नार द्रोपदी पे सभा मे चीर हरण करते,
न देना दोष कौरव को, विपत तो सब पे आती हैं,
ना देना दोष किस्मत को, विपत तो सब पे आती हैं.....
विपत आई पाँचो पांडवो पे, छूटा देश भी अपना,
न देना दोष जुए को, विपत तो सब पे आती हैं,
न देना दोष किस्मत को, विपत तो सब पे आती हैं.....
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na dena dosh kismat ko lyrics in hindi
नगरी हो अयोध्या सी
ना देना दोस्त किस्मत को भी पत्थर पर आती है
भजन लगा लो