मन फूला फूला फिरे जगत में कैसा नाता रे भजन हिंदी लिरिक्स - अनिरुद्धाचार्य जी महाराज
मन फूला फूला फिरे, जगत में कैसा नाता रे,
कैसा नाता रे, जग़त में कैसा नाता रे.....
मन फूला फुलां फिरे, ज़गत में कैसा नाता रे,
कैसा नाता रे, जग़त में कैसा नाता रे......
माता कहे यह पुत्र हमारा, बहन कहे बीर मेरा,
भाई कहें यह भुजा हमारी, नारी कहे नर मेरा.......
मन फूला फूला फिरे, जगत में कैसा नाता रे.......
पेट पकड़ के माता रोवें, बाँह पकड़ के भाई,
लपट झपट के तीरिया रोवे, हँस अकेला जाएँ.....
मन फूला फूला फिरे, जगत में कैसा नाता रे.....
Tags:
मन फूला फूला फिरे जगत में कैसा नाता रे
अरे मन किस पर फूला है बता दे कौन तेरा है
तिरिया रोये तेरह दिन
भजन कर छोड़ जगत का नाता लिरिक्स
पुराना भजन लिरिक्स
कबीर भजन lyrics
होशियार रहना रे नगर में चोर आवेगा लिरिक्स
मन फूला फूला फिरे जगत में कैसा नाता रे लिरिक्स
मन फूला फूला फिरे जगत में अर्थ