एक दिन रोओगे चीखे पुकार के, माता पिता की अपने मूर्ति निहार के भजन हिंदी लिरिक्स - अनिरुद्धाचार्य जी महाराज
एक दिन रोओगे चीखे पुकार के,
माता पिता की अपने मूर्ति निहार के,
सिर पे ना हाथ होगा धीरज बढ़ाने को,,
आएगी ना मइया रोते लाल को मनाने को,
उस दिन सुहायेंगे ना सुख संसार के,
माता पिता की अपने मूर्ति निहार के.....
कोई ना जागेगा तेरे इंतज़ार में,
रोयेगा ऐसे जैसे मांझी मझेदार में,
सारे रिश्ते नाते होंगे दिन दोई चार के,
माता पिता की अपने मूर्ति निहार के.....
याद ही बाकि होगी जन्मदातार की,
जानेगा कौन कीमत आँसुओ के धार की,
भूल नहीं पाएगा तू दिन ये बहार के,
माता पिता की अपने मूर्ति निहार के.....
माता की ममता पिता का सहारा,
जीवन में प्राणी तुझको मिले ना दोबारा,
योगी तू तो पीले इनके चरणों पखार के,
माता पिता की अपने मूर्ति निहार के.....
एक दिन रोओगे चीखे पुकार के,
माता पिता की अपने मूर्ति निहार के,
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माता-पिता की अपनी मूर्ति निहार के
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